तीन बार की प्रो कबड्डी लीग चैंपियन पटना पाइरेट्स, पिछले सीजन में सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद एक बार फिर खिताबी जीत का लक्ष्य रखेगी। सीजन 11 में कोच नरेंद्र रेड्डू की अगुवाई में, टीम कम से कम प्लेऑफ तक पहुंचने की उम्मीद करेगी।
ताकतें:
पटना पाइरेट्स की सबसे बड़ी ताकत उनके स्क्वाड की गहराई है। नीलामी में उन्होंने डिफेंडर शुभम शिंदे (70 लाख) और ऑलराउंडर गुरदीप (59 लाख) को प्रमुखता से खरीदा। सुधाकर एम, जिन्होंने अपने डेब्यू सीजन में 103 रेड पॉइंट्स हासिल किए थे, आक्रमण की कमान संभाल सकते हैं। जांग ली, मीतू शर्मा जैसे अनुभवी रेडर भी टीम को मजबूती देंगे। शुभम शिंदे और दीपक सिंह रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जबकि ऑलराउंडर गुरदीप और अंकित भी योगदान देंगे।
कमजोरियां:
पिछले सीजन के प्रमुख खिलाड़ियों जैसे रेडर सचिन और डिफेंडर कृष्णन की कमी टीम को प्रभावित कर सकती है। टीम के पास अनुभव की कमी है, खासकर रेडिंग और रक्षा दोनों में, जो मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
अवसर:
अनुभव की कमी नए खिलाड़ियों को चमकने का मौका देगी। सुधाकर एम और शुभम शिंदे जैसे खिलाड़ी नेतृत्व की भूमिका में उभर सकते हैं, जबकि संदीप कुमार और अन्य युवा खिलाड़ियों से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
खतरें:
टीम में प्रभावी ऑलराउंडरों की कमी है, जो टीम के संतुलन को नुकसान पहुंचा सकती है। जांग ली और मीतू शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर बहुत अधिक दबाव होगा, क्योंकि पिछले सीजन में उनका फॉर्म उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।