खेलो इंडिया यूथ गेम्स में चर्चा का विषय बने गटका और मल्लखंब खेल

गया। खेल प्राधिकरण, भारत सरकार, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन , गया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स, 2025 के अवसर पर आईआईएम, बोधगया में गटका एवं मल्लखंब खेल का आयोजन किया जा रहा है।
गटका क्या है
गटका दो या दो से अधिक खिलाड़ियों के बीच लाठी से लड़ने की एक शैली है, जिसमें लकड़ी की छड़ियों (जिन्हें सोती कहा जाता है) का उपयोग तलवारों की नकल करने के लिए किया जाता है। यह महान सिख गुरुओं के सैन्य काल के दौरान सिख योद्धाओं के लिए आत्मरक्षा की बुनियादी तकनीकों में से एक थी।
इसका उपयोग मुख्य रूप से आत्मरक्षा के लिए किया जाता है और तलवार/कृपाण का उपयोग करने से पहले गटकाबाजों द्वारा इसका अभ्यास किया जाता है। गटका खेल में, अभ्यास और सुरक्षा उद्देश्यों के लिए क्रमशः तलवार और ढाल के स्थान पर 'छड़ी' और 'फर्री' का उपयोग किया जाता है।
इस खेल के लिए आईआईएम बोधगया में 19 राज्य के खिलाड़ियों द्वारा भाग लिया गया है, जिसमें 80 पुरुष एवं 80 महिलाएं शामिल हैं।
आपको बता दें कि मल्लखंब खेल
भारत के प्राचीन खेल में से एक है। साल 2019 में पहली बार मलखंब विश्व चैंपियनशिप आयोजित की गई थी, जिसमें 15 से अधिक देशों के 150 से अधिक एथलीट भाग लेने के लिए मुंबई आए थे।
मलखंब क्या है
एक सीधे खड़े खंबे पर किया गया हवाई योग या जिमनास्टिक का रूप है, जिसका उपयोग पहलवानों और प्राचीन युग के योद्धाओं को ट्रेनिंग में सहायक के रूप में किया जाता था।
'मल' का अर्थ है कुश्ती और 'खंब' का अर्थ है कंबा। दोनों शब्द मिलकर मलखंब बनते हैं, जिसका अर्थ है खंबे पर कुश्ती।
आईआईएम, बोधगया में आयोजित इस खेल में 24 राज्य से 112 पुरुष एवं 110 महिलाएं द्वारा भाग किया गया है।