भारतीय क्रिकेट टीम ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर बड़ी प्रदर्शन किया और गेंदबाजों द्वारा शानदार प्रदर्शन के साथ श्रीलंका को 302 रन से हराया, जिससे वे सेमीफाइनल में प्रवेश करने के लिए कठिनाइयों को पार किया।
इस जीत से भारत ने विश्व कप के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है, और यह भारत की विश्व कप के इतिहास में सबसे बड़ी जीत है। इसके साथ ही, श्रीलंका का स्कोर विश्व कप के चौथे सबसे न्यूनतम स्कोर है।
भारत ने 358 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गेंदबाजों के सुपरब प्रदर्शन के साथ श्रीलंका की टीम को 55 रन पर हरा दिया। मोहम्मद शमी (18 रन पर पांच विकेट) और मोहम्मद सिराज (16 रन पर तीन विकेट) ने विशेष रूप से बड़े प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ने भी विकेट चटाये।
श्रीलंका के खिलाड़ियों में कासुन रजिता (14), महीश तीक्षणा (नाबाद 12), और एंजेलो मैथ्यूज (12) थे, जो दोहरे अंकों में पहुंचे, लेकिन वे टीम को जीत की दिशा में मदद नहीं कर सके। श्रीलंका के पांच बल्लेबाज खाता तक नहीं खोल पाए।
इससे पहले, भारत ने अपनी पावर प्ले के पहले 10 ओवर में 60 रन का लक्ष्य बनाया। शुभमन गिल (92 रन), विराट कोहली (88 रन), और श्रेयस अय्यर (82 रन) ने बल्ले से बड़े योगदान दिया।
इस जीत के बाद, भारत ने सात मैचों में सात जीत हासिल की और शीर्ष स्थान पर पहुंच गया, जबकि श्रीलंका के पास सात मैचों से केवल चार अंक हैं और वह सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है।
इस मैच में शुभमन गिल, विराट कोहली, और श्रेयस अय्यर के आर्धशतकों के साथ भारत ने 357 रन का लक्ष्य बनाया। श्रीलंका के खिलाड़ियों में दिलशान मदुशंका ने 80 रन देकर पहली बार पांच विकेट लिए।
इस जीत के साथ, भारत ने विश्व कप के लिए अपने सेमीफाइनल की जगह पक्की की है और उनके संदर्भ में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।